लॉंग एक बहुत छोटा सा फूल के आकार का है जो भारतीय मासालों का मुखिया माना जाता है । खाने में एक नया स्वाद और खुशबु लाने के आलावा लॉंग ओषधि के रूप में भी इस्तेमाल की जाती है । छोटा हो या बड़ा कई रोगों को झट से ठीक करने में लॉंग फ़ायदेमंद पाया गया है ।
लॉंगकि उत्पत्ति :
माना जाता हैं कि लॉंगकि उत्पत्ति इंडोनेशिया में हुई है। लॉंग पेड़ मेलूक्का द्वीपों का देशी वृक्ष है जहँ चीन ने तीन शताब्दी पूर्व खोजकर अलेक्सांद्रिया में आयात किया। यूरोपीय देशों में इसकी जानकारी १६वी सति में ही हुई।
समस्त्त उत्पादन का ९०% लॉंग जाजीबार में पैदा हुआ है । सुमात्रा जमैका ब्राज़ील और वेस्ट इंडीज में भी यह उपलब्ध है । आज भारत समेद दुनिया की कई देशों में लॉंग कि उगाई होती है।
एक सदाबहार वृक्ष होने के कारण लॉंगे नम कटिबंदो के पेड़ है यह देश के सभी क्षेत्रों में उगाया जाता है।केरल के लाल मिटटी और पश्चिमी खाठ के पर्वतीय इलाकों में इसकी खेती पायी जाती है।
लॉंग के स्वस्थ्य लाभ :
लॉंग के नाम से हर एक के स्वस्थ्य जुडा है । इसके साथ साथ लॉंग के तेल में जो एंटीऑक्सिडेंट्स, रोग प्रतिरोधी एंटी वायरल एंटीसेप्टिक और एनाल्जेसिक गुण होते है इन्ही कारण आयुर्वेद की चिकित्सा में इसका भरपूर इस्तेमाल सदियों से होता आरहा है। लॉंग ला पाउडर व तेल बड़ी आसानी से उपलब्ध है और इनका अलग़ अलग क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। इस लेखन हम नज़र डालेंगे लॉंग के स्वस्थ्य फायदों पर ।
१)दांतो का दर्द मिटाये चुटकी में :
जब दांत दर्द सताये तो सबसे पहला उपाय जो असमाया जाता है वह है लॉंग का तेल । इसमें जो तत्व मौजूत है यह दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है । जल्दी आराम पहुंचाने के साथ साथ यह इन्फेक्शन फैलाने से बी रोकता है।
२) सांसों की दुर्गंद को दूर भगाये :
साँसों की बदबू ला का सबसे असरदार प्रयोग है लॉंग। लॉंग मुँह में बदबू पैदा करनेवाली बैक्टीरिया को मारकर इन्फेक्शन को दूर कर देता है और मुँह के हर एक कोने को स्वस्थ रकता है। मुँह के स्वस्थ्य केलिए या थो आप लॉंग को कुछ देर चबाये या पानी में उबालकर रंदा होने पर दिन में २ या ३ बार गेरारे क़रले ।
३ ) उलटी की परेशानी से राहत :
असाधारन खुशबु के कारण लॉंग जी मचलना व उलटी की परेशानी को दूर करता है। गर्भावस्था के समय ऑरतोम में जो जी मचलने की समस्या होती है लॉंग इसका असरदार उपाय है ।
४) पाचन तंत्र पर नियंत्रण:
पाचन तंत्र को सही रकने में लॉंग का प्रयोग इसीलिए होता है क्योकि इसमें प्रॉपर्टीज नामक मुल्य मौजूत है। लॉंग से पेट का दर्द एसिडिटी उलटी डायरिया जैसी शिकायते दूरिंग होती है। पाचन शक्ति को बरक़रार रकने केलिए लॉंग ओके खाने के बाद के सकते है या मसाले के रूप में उपयोग कर सकते है।
५) जोड़ों का दर्द मिटाये चुटकी में :
लॉंग से जो तेल मिलता है जोड़ों के दर्द को दूर करता है और इसके आलावा मुसल का दर्द गाटिये का दर्द भी कम करने में मदद करता है। लॉंग के तेल में कैल्शियम ओमेगा ३ व आयरन की मात्रा के कारण इसे लगालगासे हड्डियां और जोड़ मज़बूत होते है।
६) रोग प्रतिरोथक क्षमता में बटाव :
लॉंग ला निरंतर उपयोग करने से साधारण सा सर्दी ज़ुकाम वायरल गले की खराश साँस की परेशानी आदि समस्याएं निपटता सकता है। सर्दी में लॉंग की चाय या तेल की कुछ बूंदें भाप लेना आराम पहुंचा देता है ।
७) सर दर्द में रहत :
लॉंग ला प्रयोग सबसे ज़्यादा माइग्रेन सर्दी स्ट्रेस या व्यकुलता से होने वाली सात दर्द के इलाज में होता है । अध्ययनों के अनुसार लॉंग के तेल में जो दर्द निवारण गुण मौजूत है इससे सर दर्द से बहुत जल्दी आराम मिलता है। आजकल मार्किट में मिलने वाले अधिकतम मरहम में लॉंग का तेल ही मुख्या समग्रि है।
८) कान के दर्द से आराम:
लॉंग में जो एंटीसेप्टिक और एंटीवायरल गुण होते है यह कई समस्यावो का हल माना जाता है । यहाँ तक की बच्चो से लेखर बुड़ों में जो कान की परेशानी होती है लॉंग का तेल यहाँ भी इसका जादुजासर दिकाता है । दर्द या कोई भी तरह का इन्फेक्शन लॉंग के तेल से बहुत जल्द ठीक हो जाता है। लॉंग के तेल की कुछ बूंदें ही ख़ाफ़ी है हद तरह का दर्द मिटाने केलिए।
९) मुहासों पर लॉंग ला प्रभाव :
स्वस्थ्य सम्बन्धी समाधनों के साथ साथ सौंदर्य से जुडी समस्यावो का हल भी है लॉंग। मुहांसे ब्लैक हेड दाग दब्बे जैसे त्वचा सम्बन्धी प्रशनो का समाधान देता है लॉंग। मुहांसो और दाब दब्बों को दूरिंग करके इन्फेक्शन को मिटा देता है लॉंग।नारियल तेल में लॉंग का तेल मिलाकर चेहरे पर लगा ने से त्वचा सम्बन्धी समस्याएं ख़ाफ़ी हद तक दूर हो जाती है।
१०) स्ट्रेस को कम करके उत्तेजित रकना :
आजकल के कई भीमरियों का मूल्य कारण स्ट्रेस बताया जाता है । अध्ययनों के अनुसार लॉंग की खुशबु मन को शांत करके स्ट्रेस्स कम कर देता है । लॉंग के तेल की कुछ बूंदें नहाने वाले पानी में डालकर स्नान करने से रिलैक्स फील होता है .लॉंग का चाय पीकर भी अपने स्ट्रेस को कम कर सकते है।
११) आर्थराइटिस के दर्द से राहत:
आर्थराइटिस से परेशान लोगों केलिए जादुई असर करता है लॉंग। लॉंग को खाने में शामिल करने से या इसका पेस्ट जोड़ों में लगाने से आर्थराइटिस से जुडी समस्यावो से राहत दिलाता है । लॉंग ला यह फायदा सदियों से प्रचलित है।
१२) कटने- छिलने पर फायदेमंद:
लॉंग में जो एंटीसेप्टिक गुण है , त्वचा के हर तरह के घाव भरने में मदद करता है । इसका पेस्ट त्वचा के कटे स्थान पर लगाने से घाव जल्द ही भर जाता है। इसके साथ साथ लॉंग त्वचा पर जमे बैक्टीरिया का नाश करके इन्फेक्शन से भी बचाता है।
देखा जाये तो हर स्वस्थ्य सम्बन्धी समस्या का हल है लॉंग।इसका पाउडर हो या तेल हर एक समस्या को जड से निकाल देता है । लॉंग के इन असरदार फायदों को जानकर अपने रसोई में लॉंग को एक अहम् दरजा देने के बारे में एक बार ज़रूर सोचियेगा।