दालचीनी क्या है?
दालचीनी का पेड़ हमेशा हराभरा तधा छोटी जाडी जैसा होता है जिनके तन की छाल स चुननकर सुखाई जाती है |
दालचीनी के पेड़ से हमेशा सुगंध आती है और इसका उपयोग मसालोँ और दवा के तौर पर किया जाता है |इसका तेल भी निकाला जाता है |
दालचीनी की उतपति :
सबूत बताते है की प्राचीन दुनिया भर में दालचीनी का इस्तेमाल किया गया था |अरब व्यापारियों ने इसे यूरोप तक लाया |
कहा जाता है कि कैसिया दालचीनी इंडोनेशिया में पाया जाता है और सीलोन दालचीनी का उतपादन श्रीलंका के कोलोंबो में होता है |
दालचीनी के दो प्रकार होते है :
* सीलोन दालचीनी और
* कैसिया दालचीनी
सीलोन दालचीनी:सीलोन या रियल दालचीनी श्रीलंका और भारत के दालचीनी भागो के मूल निवासी है |
यह सिनेमन सीरम के पेड़ की आंतरिक चाल से बनाया जाता है |यह रंग में लाइट भूरा रंग का होता है |
और इसमे नरम पर्थम के साथ कई तंग छडि होती है |इन सब गुणों के कारण दालचीनी को एक उच्च वांछनीय गुणवथा और बनावट प्रधान करते है|
सामान्य उपलब्ध कैसिया किस्म की तुलना में सीलोन दालचीनी कम प्रचलित और काफी महंगी है |
इस के नाज़ुक और हलका स्वाद के कारण यह मिटाई केलिए उपयुक्त स्वाद माना जाता है |
सीलोन दालचीनी और कैसिया दालचीनी में अनतर :
सीलोन दालचीनी अक्सर शुद्ध दालचीनी या रियल दालचीनी कहा जाता है |यह मुख़्य रूप से श्रीलंका में पाया जाता है|
कैसिया दालचीनी आमतौर पर कई विभिन्न प्रकार के दालचीनी का मिश्रण है |
इन दोनो में एक मुख़्य अंतर यह है की सीलोन दालचीनी में बहुत कम मात्रा में कुमारींन होता है |
कुमारींन एक प्राकृतिक यौगिक है जो दालचीनी में पाया जाता है |
स्वाद तथ्य पर नज़र डाले तो सीलोन दालचीनी नाज़ुक और मीटा है और मिटाई के लिए उतकृष्ट स्वाद बढ़ाती है कैसिया दालचीनी तीखा और कडुवा होता है और ब्रेज़्ड चिनी व्यंजनों केलिए अनुकूल है|
सीलोन दालचीनी मुख्या रूप से यूरोप को निरयाथ किया जाता है जब की कैसिया दालचीनी अधिकतम अमेरिका और एशिया में पाई जाती है |
लोन दालचीनी एक प्रीमियम मूल्य में बिकता है यानि कैसिया दालचीनी की कीमत से १० गुणा अद्दिक |
दालचीनी का उपयोग :
* दुनिया भर में दालचीनी का उपयोग केक कूकीज और देस्सेर्ट्स में बेकिंग मसाला के रूप में करता अरहा है
मध्य पूर्वी देशों के दिलकश चिकन और लैंप के व्यंजनो में भी दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है|
* अन्य उपयोग रक्त शर्करा के स्तर ओके नियन्थित करने में है |
* शरीर के वज़न ओके कम करने केलिए भी दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है|
* दालचीनी में मौजूत एंटी बड़कावु और एंटी बैक्टीरियल गुण समग्र स्वस्थ्य को बड़ावा देने में मदद करता है |
दालचीनी के स्वस्थ्य फायदे :
दालचीनी के स्वस्थ्य फायदे कुछ इस प्रकार है :
१ विरोधी थक्के की क्षमता:
दालचीनी के सावेश महत्वपूर्णु स्वस्थ्य लाभों में से एक इसकी विरोधी थक्के की क्षमता है ;जो सिनेमालदेहीदे से मिलता है जो
दालचीनी में भरपूर है |
२ रक्त शर्करा नियंत्रण :
दालचीनी में रक्त शर्करा को नियमित करने में मदद करने की क्षमता है नो आइल एंटी भटकावु गुण के कारण होता है |
३ फूंगल संक्रमण से लडे :
एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर दालचीनी फंगल संक्रमण से लड़ने में मदद करता है |
दालचीनी जीवाणुवों के साथ साथ फंगस के विलास को रोकने में भी फायदेमंद पाया गाया है |
४ याददास्त में सुतार :
मेडिकल वैज्ञनिको के अनुसार दालचीनी कुछ अवस्थावो में यादाश्त को ऊर्जा देने मैं कुछ हद तक मदद करता है|
दालचीनी समज्ञानात्मक प्रसंस्करण को बटाता है जोसके परिणाम स्वरुप एक समग्र और बेहतर स्मृति होती है|
इन सारी गुणों और लाभों को मानते हुए दालचीनी चुनते समय सावधान परखिये |
सीलोन दालचीनी का ही उपयोग कीजियेगा |